इस प्रकार कनिष्ठ/छोटे कार्यकर्ताओं को अब यह निर्णय करना है कि क्या वह भ्रष्टाचार/गरीबी कम करने के कानूनों के प्रारूप/क़ानून-ड्राफ्ट देने के लिए अपने कार्यकर्ता नेताओं से कहना चाहता है अथवा वह अपने क्लोन-निगेटिव और अपर्याप्त प्रारूप-रहित सक्रियतावाद की स्थिति को जारी रखकर अपना समय बरबाद करना चाहता है। समय बरबाद करते रहना घातक हो सकता है, क्योंकि दुश्मन समय बरबाद नहीं कर रहा है । इरान और इराक के बाद अब भारत का ही नम्बर है। दुश्मन दिनों-दिन अच्छे से अच्छा हथियार विकसित कर रहा है और तब वह बिलकुल इंतजार नहीं करेगा जब उसके हथियार भारत को इराक बनाने में सक्षम हो जाऐंगे और जब एक बार इरान पर कब्जा हो भी चुका है। अब समय बरबाद करना आने वाले वर्षों में करोड़ों जिन्दगियों का नाशक साबित हो सकता है।
अध्याय 16 – प्रिय कार्यकर्ता, क्या आपके नेता कानूनों के ड्राफ्ट देने / बताने से मना करते हैं ?
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श्रेणी: प्रजा अधीन