होम > प्रजा अधीन > अध्याय 36 – आरक्षण को सरल / उपयोगी बनाने और कम करने के लिए `राईट टू रिकाल ग्रुप`/`प्रजा अधीन राजा समूह’ के प्रस्‍ताव

अध्याय 36 – आरक्षण को सरल / उपयोगी बनाने और कम करने के लिए `राईट टू रिकाल ग्रुप`/`प्रजा अधीन राजा समूह’ के प्रस्‍ताव

dummy
पी.डी.एफ. डाउनलोड करेंGet a PDF version of this webpageपी.डी.एफ. डाउनलोड करें

वार्षिक वेतन को 100 से भाग देकर

प्रति व्‍यक्‍ति संपत्‍ति का 10,00,000 गुना वाले व्‍यक्‍ति

100,00,000 अंक

प्रति व्‍यक्‍ति संपत्‍ति का 1,00,000 गुना वाले व्‍यक्‍ति

10,00,000 अंक

प्रति व्‍यक्‍ति संपत्‍ति का 10,000 गुना वाले व्‍यक्‍ति

1,00,000 अंक

प्रति व्‍यक्‍ति संपत्‍ति का 1000 गुना वाले व्‍यक्‍ति

10,000 अंक

प्रति व्‍यक्‍ति संपत्‍ति का 100 गुना वाले व्‍यक्‍ति

1,000 अंक

पिछड़ों में भी पिछड़ा का निर्धारण करने की नीतियां/तरीके

13.   कम अंक हासिल/प्राप्‍त करने वाली जातियों को इस कोटे में अधिक सीटें मिलेंगी।

14.   उदाहरण : मान लीजिए, किसी जाति को अन्‍य जाति की तुलना में 10 गुना ज्‍यादा अंक मिले हैं। तब कम अंक हासिल करने वाली जातियों को अधिक अंक हासिल करने वाली जातियों की तुलना में 10 गुना ज्‍यादा सीटें मिलेंगी।

श्रेणी: प्रजा अधीन