सूची
इन कार्रवाइयों से इस बात की उम्मीद बढ़ेगी कि प्रधानमंत्री, मुख्य मंत्री ‘जनता की आवाज (सूचना का अधिकार 2)’ पर हस्ताक्षर करने को बाध्य होंगे।
(1.15) ‘जनता की आवाज`-पारदर्शी शिकायत / प्रस्ताव प्रणाली (सिस्टम) को लाने में आप कैसे मदद कर सकते हैं |
अध्याय 13, चालीस छोटे छोटे उपायों की सूची प्रस्तुत करता है जो आपका प्रति सप्ताह दो से चार घंटे से ज्यादा समय नहीं लेगा, चंदा/दान दिए बिना आपको भारत में ‘जनता की आवाज`-पारदर्शी शिकायत/प्रस्ताव प्रणाली (सिस्टम) आदि क़ानून-ड्राफ्टों को लाने के उद्देश्य में मदद करेगा।
(1.16) किसी ने इस बारे में पहले क्यों नहीं सोचा ? |
नेता पूछ सकते हैं कि यदि यह तीन पंक्तियों का ‘जनता की आवाज`-पारदर्शी शिकायत/प्रस्ताव प्रणाली (सिस्टम) कानून – क़ानून-ड्राफ्ट गरीबी कम कर सकता है तो पहले किसी ने इस बारे में क्यों नहीं सोचा? और यह सच्चाई कि किसी ने इस बारे में पहले कभी नहीं सोचा, इस बात को साबित नहीं करता कि ऐसा कानून हो ही नहीं सकता ?
समस्याओं के कई अन-देखे प्रतीक-चिन्ह हैं । उदाहरण के लिए रोमन और युनानवासियों ने शहरों और साम्राज्यों के लेखे रखे। ज्यामिति और तर्कशास्त्र में काफी प्रगति की लेकिन अंकगणित की खोज नहीं कर सके । इस प्रकार इनकास और माया ने कैलेण्डर बनाए, महल बनाए, पूल बनाए लेकिन पहले अंकगणित का शून्य की खोज नहीं कर सके थे । यह प्रस्तावित ‘जनता की आवाज`-पारदर्शी शिकायत/प्रस्ताव प्रणाली (सिस्टम) क़ानून-ड्राफ्ट राजनैतिक अंकगणित का शून्य है । ठीक उसी प्रकार जैसे अंकगणित का शून्य सदियों तक खोजा नहीं जा सका, उसी प्रकार ऐसा हुआ है कि राजनीतिक अंकगणित का शून्य अबतक खोजा नहीं जा सका। इसमें किसी को कोई आश्चर्य नहीं होना चाहिए।
(1.17) कैसे ‘जनता की आवाज`-पारदर्शी शिकायत / प्रस्ताव प्रणाली (सिस्टम)’ राजनैतिक अंकगणित का शून्य है ? |
ठीक उसी प्रकार जैसे अंकगणित का शून्य अंकगणित में कठिन से कठिन सवाल को आसान कर देता है और गणित की अन्य शाखाओं में सुधार लाना संभव बना देता है। ठीक उसी प्रकार ‘जनता की आवाज`-पारदर्शी शिकायत/प्रस्ताव प्रणाली (सिस्टम) अनेक कानूनों जैसे नागरिकों और सेना को खनिज रॉयल्टी (आमदनी) , प्रजा अधीन राजा/राइट टू (भ्रष्ट को बदलने) आदि को लागू करना मामूली रूप से आसान कर देता है । यह प्रस्तावित ‘जनता की आवाज`-पारदर्शी शिकायत/प्रस्ताव प्रणाली (सिस्टम) उसी प्रकार कानून बनाने के राजनैतिक कार्य को आसान बना देता है जिस प्रकार शून्य आधारभूत अंकगणितीय प्रश्नों जैसे जोड़, घटाव ,गुणा और भाग को सरल बना देता है।
और ठीक उसी प्रकार जैसे जोड़, घटाव, गुणा, भाग का सरलीकरण गणित की अन्य शाखाओं में प्रगति को कई गुना बढ़ाता है। उदाहरण के लिए XLVII और XXII को जोड़ने का प्रयास कीजिए और फिर 47 और 22 को जोड़ने का प्रयास कीजिए और आप देखेंगे कि कैसे शून्य के आविष्कार ( स्थान मूल्य और चेहरा मूल्य ) जोड़ को सरल कर देता है। और इसी प्रकार XLVII को XXII से गुणा करने का प्रयास कीजिए और 47 का 22 से गुणा कीजिए और इसके बाद XLV को IX से भाग दीजिए । और फिर 45 को 9 से भाग दीजिए। और ये तो केवल दो ही अंक वाले संख्या हैं। कृपया चार छह अंकों वाले रोमन संख्याओं और फिर दशमलव के साथ जोड़, घटाव, गुणा, भाग का प्रयास कीजिए।
‘जनता की आवाज (सूचना का अधिकार 2)’ ठीक उसी प्रकार काम करता है जैसे अंकगणित में शून्य काम करता है। ये इस बात को सिद्ध करने अथवा सिद्ध नहीं करने के काम को आसान बनाता है कि क्या बहुमत किसी प्रस्ताव को पसन्द करेगी या इससे घृणा करेगी। और इस प्रकार यह नागरिकों के जरिए अधिकारियों पर नियंत्रण करने के कार्य को आसान बनाता है। राजनीति यह नहीं है कि कैसे शासक नागरिकों पर शासन करेगा, यह इस बारे में है कि नागरिकों के धन को हड़पे जाने से कैसे शासक को रोका जा सकता हैं। ‘जनता की आवाज पारदर्शी शिकायत / प्रस्ताव प्रणाली (सिस्टम) ’ इस अच्छी राजनीति को आसान बनाता है।
(1.18) सारांश |
मैं यह बता चुका हूँ कि कैसे सिर्फ 3 लाइनों का ‘जनता की आवाज`-पारदर्शी शिकायत/प्रस्ताव प्रणाली (सिस्टम) कानून गरीबी, पुलिस में भ्रष्टाचार आदि को कम करेगा। इच्छुक अध्याय कों का पहले पृष्ठ/पेज पर दिए गए हमारे संपर्क संख्या का उपयोग करके हमसे संपर्क करने पर स्वागत है। और यदि आपको यह कानून पसंद आया है तो इस याचिका पर अवश्य हस्ताक्षर करें http://www.petitiononline.com/rti2en सबसे पहला और छोटा यह कदम इस ‘जनता की आवाज (सूचना का अधिकार 2)’ को पारित करवाने के लिए अत्यन्त आवश्यक है। और इसके बाद अध्याय 13 जरूर पढ़े। इस अध्याय 13 में उन कार्यों की सूची दी गई है जिनका पालन एक कार्यकर्ता केवल प्रति सप्ताह अधिकतम दो से चार घंटे समय देकर इन कार्यो का अनुपालन कर सकता है। और यदि भारत भर में केवल 2 लाख लोग ही एक सप्ताह में एक बार इन कार्यो का अनुपालन करें तो भारत सुधर सकता है। कार्यों की सूची, कार्यों की सूची मात्र है जिसमें सिर्फ समय लगाना है और यह दान जमा करना बिलकुल ही नहीं है।