सूची
5 प्रत्येक सरकारी कर्मचारी और उसके सभी संबंधियों की नागरिकता, रेसिडेंसी/निवास की स्थिति की सूचना इंटरनेट पर डाल दें ताकि नागरिकगण यह राय कायम कर सकें कि उस व्यक्ति को कितनी शक्ति/अधिकार दी जाए।
6 उन सभी भारतीय प्रशासनिक सेवा (आई ए एस) अधिकारियों, भारतीय पुलिस सेवा (आई पी एस) अधिकारियों, सांसदों, जजों आदि को निष्कासित कर दें/हटा दें जिन्होंने विदेशों में ग्रीन-कार्ड के लिए आवेदन किया है ।
(12.16) अन्य भौतिक मांगें |
1 सरकार किसी मंदिर, धर्मस्थान को नहीं चलाएगी। यदि मंदिर वर्तमान में सरकार के अधीन है तो सरकार उन्हें एक वर्ष के भीतर सामुदायिक ट्रस्ट/न्यास को सौंप देगी।
2 सभी धर्मों के खिलाफ सभी तरह के अपमान रोकने के लिए भारतीय दण्ड संहिता की धारा 205ए लागू करें। इसमें एम एफ हुसैन के खिलाफ सुनवाई शामिल होगा और उनके खिलाफ भी, जिन्होंने मोहम्मद साहब की तस्वीर बनाई।
3 सरकारी कॉलेजों में ज्योतिष-विज्ञान के पाठ्यक्रम को रद्द करें। निजी कॉलेज इसे जारी रख सकते हैं।
4 दवाओं में केवल प्रक्रिया/निर्माणविधि के पेटेन्ट को ही अनुमति दें।
(12.17) अन्य संकेतात्मक मांगें |
हमारी 100-120 मांगों में से अधिकांश मांगें भौतिक हैं और इसके अलावा हमारी निम्नलिखित संकेतात्मक मांगें हैं-
1 हम “जन गण मन“ पर प्रतिबंध लगाने का वायदा करते हैं जिसे ब्रिटेन के राजा के स्वागत करने के लिए गाया गया था और इसमें इंगलैण्ड के राजा को “भारत भाग्य विधाता”अर्थात भगवान बताया गया है। यह गीत गुलामी की निशानी है और इसलिए हमें इसपर सभी सरकारी कार्यालयों में और समारोह में प्रतिबंध लगाएंगे । निजी पार्टियां इस गीत को गाने के लिए स्वतंत्र हैं।
2 रविन्द्रनाथ टैगोर की पश्चिम बंगाल के बाहर लगी सभी तस्वीरें आदि हटा दी जाएगी।
3 हम “वंदे मातरम”को राष्ट्रीय गीत बनाने का वायदा करते हैं ।
4 सरकारी दस्तावेजों और रूपए पर श्री सुभाष चन्द्र बोस जी ,श्री उधम सिंह जी और श्री भगत सिंह जी की तस्वीरें लगाई जाएँ ।
5 हम दो राष्ट्रीय अवकाश दिवस, श्री भगत सिंह जी और श्री सुभाष जी के जन्म दिवसों को बनाने का वायदा करते हैं।
6 जलसेना विद्रोह दिवस 18 फरवरी आजादी दिवस के रूप में मनाया जाएगा ना कि 15 अगस्त ।
7 हम निम्नलिखित शहरों का नाम फिर से रखने का समर्थन करते हैं जैसे औरंगाबाद से बदलकर शांभाजी नगर आदि। सामान्यत:किसी अधर्मनिरपेक्ष और असहनशील राजा जैसे औरंगजेब आदि के नाम पर रखे गए किसी भी शहर का नाम दोबारा रखा जाएगा। इस मांग का हिन्दूत्व और इस्लाम विरोध से कोई लेना देना नहीं। यदि किसी शहर का नाम किसी सहनशील राजा जैसे अकबर अथवा दारा सिकोह के नाम पर रखा गया हो तो हम इसके खिलाफ नहीं हैं लेकिन असहनशील राजाओं के नाम पर किसी शहर का नाम नहीं होना चाहिए ।
8 हम नए शहरों का नाम भगत जी, आजाद विस्मिल्ला आदि क्रान्तिकारियों के नाम पर रखना चाहते हैं।
(12.18) समीक्षा प्रश्न |
- आयकर अधिनियम की धारा 80 जी क्या है? प्रजा अधीन राजा/राइट टू रिकॉल समूह इस धारा 80 जी का समर्थन करता है या विरोध?
- आई आई एम ए प्लॉटों से जमीन के किराया का कितना प्रतिशत, हम प्रजा अधीन राजा/राइट टू रिकॉल समूह चाहते हैं कि, सेना को मिले?
- प्रजा अधीन राजा/राइट टू रिकॉल समूह द्वारा किए गए निर्धारण के अनुसार पुलिस और सेना की संख्या बल क्या होनी चाहिए?
- `नागरिकों और सेना के लिए खनिज रॉयल्टी `(एम आर सी एम) समूह जजों/न्यायाधीशों की भर्ती में साक्षात्कार लिए जाने का समर्थन करती है या विरोध?
- `नागरिकों और सेना के लिए खनिज रॉयल्टी` (एम आर सी एम) समूह सेज/एसईजेड के लिए दिए जाने वाले कर-लाभ का समर्थन क्यों नहीं करता है?
- `नागरिकों और सेना के लिए खनिज रॉयल्टी` (एम आर सी एम) समूह 498ए, डीवीए का समर्थन करती है या विरोध?
- क्या भारत में जन्में अमेरिकी नागरिक किसी “सी डबल्यू आई सी कम्पनी” में शेयर खरीद सकते हैं जैसा कि प्रजा अधीन राजा/राइट टू रिकॉल (भ्रष्ट को हटाने का अधिकार) समूह प्रस्ताव करता है?
(12.19) अभ्यास प्रश्न |
- कृपया इस पाठ का अनुवाद अपनी मातृभाषा में अनुवाद करें।