मेरे प्रस्तावों के अनुसार, नागरिकों को वह प्रक्रियाएं/तरीके मिलते हैं जिनसे वे भारतीय रिजर्व बैंक के गवर्नरों और डाइरेक्टर/निदेशकों को बदल सकें। ये लोग `जनता की आवाज़-पारदर्शी शिकायत/प्रस्ताव प्रणाली(सिस्टम) `अथवा जनमतसंग्रह द्वारा केवल नागरिकों की इजाजत/अनुमति मिलने के बाद ही धनापूर्ति बढ़ा सकते हैं यानि और रूपए बना सकते हैं।